Uses of sabudana for health: साबूदाना खाने के फायदे और नुकसान
साबूदाना कौन सा आहार है और यह कैसे बनता है
भारत में खाया जानें वाला यह आहार किसी अनाज से नहीं बनाया जाता है, बल्कि यह सागो पाम नामक पेड़ के तने के गूदे से बनता है। पहले सागो पाम पौधे अमेरिका में पाए जाते थे। वहां से यह पूर्वी अफ्रीका में लाया गया। 19वीं सदी के बाद यह भारत में लाया गया। दक्षिण भारत के केरल, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में इसकी खेती की जाती है। सागो पाम ताड़ की तरह का एक पेड़ होता है। इस पेड़ का तना मोटा हो जाता है और इसके बीच के हिस्से के "टेपिओका रूट" को निकाला जाता है इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कसावा के रूप में भी जाना जाता है। यह देखने में शकरकंद के जैसा मिलता जुलता है। इसे काटकर बड़े- बड़े बर्तन में 8 से 10 दिन तक रखा जाता है। और उसमें रोजाना पानी डाला जाता है। इस प्रक्रिया को लंबे समय तक दोहराया जाता है। इसके बाद गूदे को निकालकर मशीनों में डाला जाता है। और इस तरह अलग-अलग आकर का साबूदाना तैयार किया जाता है। इसके बाद इसे सुखा कर ग्लूकोज और स्टार्च से बने पाउडर से पॉलिश की जा है। इस तरह साबूदाने में सफेद चमकते मोतियों की तरह चमक आ जाती है। इसके बाद इसे बाजार में लाया जाता है।
साबूदाना में कौन कौन से गुण होते हैं
इसमें काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेड पाया जाता है और इसमें कैल्शियम, आयरन व विटामिन -सी की भी कुछ मात्रा मौजूद होती है। साबूदाने में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जो शरीर को कई रोगों से बचाते हैं। इसी कारण से व्रत में इससे बनी चीजों का प्रचलन बढ़ता गया। साबूदाने से व्रत के लिए खिचड़ी, हलवा, खीर, चाट आदि रेसिपीज बनाई जाती हैं।
साबूदाना खाने से स्वास्थ्य में क्या-क्या लाभ होता है
साबूदाना स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसको हम सुबह नाश्ते में भी खा सकते हैं। व्रत के दौरान काफी लोग साबूदाने से कई प्रकार की डिस बनाते हैं। इससे बनी खीर, खिचड़ी, पापड़ आदि बहुत स्वादिष्ट होते हैं। यह पोषक तत्वों से भरपूर आहार है। इसमें फाइबर, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटी ऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।
1- हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार
यह कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने का काम भी करता है। हड्डियों को मजबूत करने और उनके विकास के लिए हमें कैल्शियम की आवश्यकता होती है। साबूदाने में कैल्शियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। और इसमें मैग्नीशियम की भी काफी मात्रा पाई जाती है, जो हमारी हड्डियों को टूटने से बचाती है।
2- भरपूर मात्रा में एनर्जी लेवल
क्या आप काम करते-करते जल्दी थक जाते हैं और आपके शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है। अगर ऐसा है तो आपको साबूदाने के सेवन की जरूरत है साबूदाना न सिर्फ आपको ऊर्जा प्रदान करता है बल्कि यह आपको ज्यादा देर काम करने की ताकत भी देता है। इसमें मौजूद प्रोटीन मसल्स को मजबूती प्रदान करता है और थकान होने से रोकता है। इससे आप बिना थके काम कर सकते हैं । साबूदाना सुबह नाश्ते के लिए बेहतर फूड है। आप अगर सुबह इसका सेवन करते हैं, तो आपके शरीर में पूरे दिन भरपूर ऊर्जा रहेगी।
3- वजन बढ़ने में मददगार
अगर आपका शरीर दुबला-पतला है, तो आप साबूदाना का उपयोग वजन बढ़ाने में कर सकते हैं। इसमें कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की भरपूर मात्रा पाई जाती है। जो आपका वजन बढ़ाने में मदद कर सकती है।
4- पेट की पाचन क्रिया को ठीक रखे
पेट में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आप साबूदाना का खाने में उपयोग कर सकते हैं। यह पाचन क्रिया को ठीक रखता है और गैस, कब्ज,अपच आदि समस्याओं में भी लाभ देता है।
5- मसल्स की ग्रोथ करने में मददगार
साबूदाने में प्रोटीन की मात्रा होने के कारण यह आपकी मसल्स को विकसित होने में मदद करता है। यह शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। दैनिक जीवन में आप प्रोटीन युक्त आहार लेने के लिए डाइट में साबूदाना का उपभोग कर सकते हैं।
6- ब्लड सर्कुलेशन में मददगार
साबूदाना में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है। यह शरीर में खून की कमी को पूरा कर सकता है। अगर आप एनीमिया के शिकार हैं तो साबूदाने को डाइट में जरूर शामिल करें।
7- हाई ब्लड प्रेशर
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है वह साबूदाना का सेवन कर सकते हैं। इसके सेवन से खून का प्रवाह शरीर के हिस्सों में बढ़ सकता है। इसमें मौजूद पोटैशियम खून जमने की जोखिम को कम करता है।
8- गर्मी से बचाव में साबूदाने का उपयोग
व्यायाम के दौरान हमारे शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है, जो ग्लाइकोजन (चर्बी) का उपयोग करता है। इससे हमारे शरीर में गर्मी बढ़ने लगती है। इसे में साबूदाने का सेवन हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट शरीर के मेटाबॉलिज्म स्तर को संतुलित करता है और ग्लूकोज के रूप में ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे ग्लाइकोजन की कम खपत होती है। इससे बढ़ी हुई गर्मी को कम करने में मदद मिलती है। कई बार साबूदाने से बने खाद्य पदार्थों का उपयोग कर खेल के दौरान खिलाड़ियों की बढ़ी हुई गर्मी को कम करके उनकी ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है।
9- मस्तिष्क के लिए साबूदाना के फायदे
साबूदाना सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मस्तिष्क की कई परेशानियों को दूर करने के गुण होते हैं। इसके अंदर फोलेट की मात्रा पाई जाती है। फोलेट किसी भी उम्र के लोगों के स्वस्थ दिमाग के लिए फायदेमंद होता है यह मस्तिष्क के विकार के साथ ही आपके शरीर की कई बीमारियों को दूर करने में मदद कर सकता है। यह मस्तिष्क के विकास में योगदान करता है।
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साबूदाना का एक दिन में कितनी मात्रा में उपभोग करें
अगर आप अच्छा स्वास्थ्य रखना चाहते हैं तो आप को दिन भर में साबूदाने से भरी एक कटोरी से बने आहार के सेवन करना चाहिए।
साबूदाने के उपयोग के बाद इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी जान लेना जरूरी है।
साबूदाने का सेवन करने से होने वाले नुकसान
साबूदाने का उचित मात्र में उपयोग करना आपके लिए लाभकारी हो सकता है।साबूदाना तभी आप को नुकसान पहुंचाएगा जब आप इसका सेवन अधिक मात्रा में करेंगे। इससे होने वाली कुछ हानियां इस प्रकार हैं।
- साबूदाना में कई पोषक तत्व और मिनरल्स पाए जाते हैं, लेकिन इसमें प्रोटीन की अधिक मात्रा नहीं पाई जाती है। जिन लोगों के शरीर में प्रोटीन की कमी होती है उन लोगों को अधिक मात्रा में साबूदाने को डाइट में नहीं लेना चाहिए।
- साबूदाने में कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा पाई जाती है। अगर आप कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन करेंगे तो इससे आपके शरीर में शुगर लेवल बढ़ने का खतरा रहता है। यदि कोई व्यक्ति मधुमेह की बीमारी से ग्रसित है तो उसे साबूदाने को डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
- साबूदाने में साइनाइड की मात्रा कम पाई जाती है, लेकिन फिर भी इसके अधिक सेवन करने से कई दुष्प्रभाव दिखाई दे सकते हैं। इसका अधिक सेवन मस्तिष्क और हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है साथ ही कामा और मृत्यु का कारण भी हो सकता है। इसके अलावा इससे और भी कई समस्याएं हो सकती हैं जैसे-सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, उल्टी, रक्त का विकार, सर दर्द और थायराइड। साबूदाना हमेशा अच्छी क्वालिटी का ही खरीदें।
- इसमें कैलोरी अधिक मात्रा में पाई जाती है, जो भजन बढ़ाने में सहायक होती है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से आपका मोटापा बढ़ने के साथ-साथ आप कई बीमारियों से ग्रसित भी हो सकते हैं। जैसे - दिल की समस्या, मधुमेह, रक्तचाप की समस्या, पथरी और कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है।
इस उल्लिखित आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना और समझा कि सफेद मोती जैसे चमकते छोटे-छोटे दाने वाला साबूदाना बड़े-बड़े गुणों से भरपूर है, तथा इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व न सिर्फ आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं बल्कि यह आपकी त्वचा संबंधी बीमारियों को भी दूर करते हैं। साबूदाने को खाने से इतना फायदा होता है, तो क्यों ना इसे अपनी डाइट में शामिल किया जाए। साबूदाने से संबंधित यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, हमें जरूर बताएं।
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लोगों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1- क्या साबूदाना शाकाहारी है?
जी हां साबूदाना एकदम शाकाहारी है तभी तो लोग इसको व्रत के समय इस्तेमाल करते हैं। साबूदाना पूरी तरह से वानस्पतिक है, क्योंकि यह सागो पाम नामक एक पौधे के तने व जड़ में पाए जाने वाले गुदे को निकाल कर बनाया जाता है।
2-साबूदाना व्रत में खा सकते हैं क्या?
व्रत में साबूदाना खाया जा सकता है क्योंकि यह सागो पाम नामक पेड़ के तने में पाए जाने वाले टेपिओका रूट से बनता है। इसे कई लोग कसवा के नाम से भी जानते हैं।
3-साबूदाने के क्या नुकसान है?
साबूदाने का अधिक सेवन करने से ब्लड प्रेशर की समस्या शुरू होती है। साबूदाने में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें प्रोटीन एकदम नहीं होता है।
4-शुगर में साबूदाना खा सकते हैं क्या?
हां मधुमेह के मरीज के लिए साबूदाना के कई विकल्प हैं साबूदाना में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है। इसलिए फूलगोभी, चावल, साबुत अनाज, और फलियों में ग्लिसेमिक इंडेक्स काम होता है। यह सभी ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
5-साबूदाना खाने से क्या पेट बढ़ता है?
साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में पाई जाती है और फैट कम होता है, जो इसे वजन बढ़ाने के लिए एक हेल्थी ऑप्शन बनाता है।
6-साबूदाने के पेड़ का नाम क्या है?
साबूदाने का पेड़ "सागो पाम" के नाम से जाना जाता है।
यह दक्षिण भारत में अधिक होता है।
डिस्क्लेमर: इस उल्लेखित लेख में आपको दिए गए सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी तरह के सवाल या परेशानी हो तो फौरन अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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